Trump India Tariff : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका पर बड़ी मात्रा में टैरिफ लगाकर अमेरिका को मार रहा है। एक रेडियो शो में उन्होंने बयान देते हुए कहा कि ब्राजील भारत और चीन जैसे देशों के द्वारा ज्यादा मात्रा में टैरिफ लगाया जा रहा है जिससे अमेरिका को नुकसान उठाना पड़ रहा है। मैं टैरिफ को दुनिया में सबसे बेहतर हथियार मानता हूं। दुनिया में अमेरिका पर सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाला देश भारत था लेकिन अब अमेरिका के द्वारा टैरिफ लगा देने के बाद भारत जीरो टैरिफ का ऑफर दे रहा है। इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।
बिना टैरिफ लगाएं भारत नहीं देता ऑफर
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि भारत अमेरिका को जीरो टैरिफ का ऑफर दे रहा है लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी दावा किया यदि अमेरिका के द्वारा भारत पर बड़ी मात्रा में टैरिफ की घोषणा नहीं की जाती तो भारत कभी भी ऐसा ऑफर नहीं देता। अमेरिका की आर्थिक ताकत को प्रदर्शन करने के लिए टैरिफ को ट्रंप ने आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि टैरिफ लगाने के बाद अमेरिका की आर्थिक स्थिति और मजबूत हो जाएगी। उन्होंने टैरिफ को जंग का समाधान करने वाला हथियार भी बताया। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से विभिन्न देशों के बीच बातचीत करने की ताकत मिली है। यह एक जादूइ हथियार है। उन्होंने एक बार फिर दावा किया की टैरिफ के दम पर वह 7 देशो में चल रहे संघर्ष को खत्म कर चुके हैं।
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ट्रम्प ने पूर्व सरकारों पर लगाया आरोप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मैंने 4 साल में अमेरिका को लगातार मजबूत बनाया है लेकिन बाइडेन सरकार के द्वारा इसे कमजोर कर दिया गया था। अब टैरिफ नीति के द्वारा अमेरिका आर्थिक रूप से ताकतवर होता जा रहा है। ज्यादा टैरिफ होने के कारण विभिन्न कंपनियों के द्वारा अमेरिका से बाहर उत्पादन किया जाता रहा है लेकिन अब नीति बदल जाने से हालत भी बदल रहे हैं और बड़ी-बड़ी कंपनियां अमेरिका में कारखाने लग रही हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि विभिन्न कंपनियां अमेरिका में निवेश करना चाहती है क्योंकि टैरिफ के द्वारा उन्हें सुरक्षा उपलब्ध होती है। यहां निर्माण करने से उन्हें किसी भी तरह का कोई अतिरिक्त टैक्स भी नहीं देना पड़ेगा। इसी कारण अमेरिका को इससे फायदा होने वाला है।
अमेरिका के वित्त मंत्री ने भारत को बताया ‘बुरा खिलाड़ी’
रूस यूक्रेन युद्ध टैरिफ तथा विभिन्न करने से लगातार भारत और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अमेरिका का आरोप है कि भारत के द्वारा रूस से कच्चे तेल की खरीद की जा रही है। इससे रूस को आर्थिक मदद प्राप्त हो रही है जिसका उपयोग रूस के द्वारा यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में किया जा रहा है। अमेरिका के वित्त मंत्री ने भारत को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि भारत बड़ा खिलाड़ी है। अमेरिका के वित्त मंत्री ने कच्चे तेल की खरीद पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि ऐसा करने से युद्ध मशीन को और ताकत प्रदान हो रही है। चीन में आयोजित हो रही शंघाई सहयोग संगठन की बैठक को उन्होंने दिखावा बताया। शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति के साथ-साथ पुतिन की जुगलबंदी की चारों तरफ चर्चा हो रही है। चीन रूस तथा भारत के एक साथ आने के कारण अमेरिका को अब डर सताने लगा है। अमेरिका के वित्त मंत्री ने यह भी कहा है कि भारत एक मजबूत लोकतंत्र है। अमेरिका के साथ चल रहे विवादों को आपस में सुलझाया जा सकता है।
धीमी बातचीत के कारण भारत पर लगा टैरिफ
अमेरिका के वित्त मंत्री ने भारत पर लगाए गए टैरिफ पर बयान देते हुए कहा कि भारत के द्वारा बातचीत में सक्रियता नहीं दिखाई गई। भारत लगातार सुस्त रवैया अपनाए हुए हैं। समय पर समझौता नहीं होने के कारण अमेरिका के द्वारा भारत द्वारा टैरिफ लगाया गया है। अमेरिका के द्वारा भारत पर 25% टैरिफ लगाने के साथ-साथ 25% अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा की जा चुकी है। भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय तक व्यापार समझौते को लेकर चर्चा होने के बावजूद समझौता नहीं हो सका। इसके बाद लगातार भारत और अमेरिका के बीच तनाव जारी है। भारत अब अमेरिका की बजाय चीन तथा रूस के साथ व्यापार करने पर जोर दे रहा है।

‘ट्रंप के फैसलों से पूरे देश को हो रहा नुकसान’
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर बोलते हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगातार गलत फैसले लिए जा रहे हैं। उनके द्वारा लिए जा रहे गलत फैसलों के कारण देश को नुकसान भुगतना पड़ रहा है। ट्रंप के द्वारा निजी फायदे के लिए भारत और पाकिस्तान का संघर्ष रोकने का भी दावा किया जा रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विदेश नीति लगातार गलत साबित हुई है। आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो जाने के बाद तनाव बढ़ गया था। भारतीय सेना के द्वारा ऑपरेशन सिन्दूर चलाया गया था जिसके बाद कई दिनों तक युद्ध की स्थिति बनी रही थी। अंत में दोनों देश संघर्ष विराम पर सहमत हुए थे। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि उन्होंने व्यापार का दबाव बनाते हुए दोनों देशों को संघर्ष विराम के लिए राजी किया था जबकि भारत यह बात मानने को लिए तैयार नहीं है।
‘अमेरिका के लिए जरूरी है भारत’
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि ट्रंप के द्वारा पाकिस्तान की सेना प्रमुख तथा पाकिस्तान को खुश करने की कोशिश की जा रही है जबकि भारत से अमेरिका के रिश्ते लंबे समय से अच्छे रहे हैं। भारत से रिश्ते अच्छे होने से अमेरिका को फायदा है। भारतीय टैलेंट; तकनीक तथा आर्थिक मामलों में अमेरिका को मिलकर कार्य करने की जरूरत है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। इसी के साथ उन्होंने यह भी चेतावनी कि यदि अमेरिका को चीन के रणनीतिक खतरों से लड़ाई लड़नी है तो भारत का साथ जरूरी है। भारत से रिश्ते बिगड़ने पर बड़ा नुकसान अमेरिका को उठाना होगा।