Trump Nobel Nomination : इजराइल के प्रधानमंत्री के द्वारा अमेरिका के राष्ट्रपति को लेकर बड़ा बयान दिया गया है। इजराइल के प्रधानमंत्री ने बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति को इजरायल की तरफ से शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री ने यह जानकारी दी है। इजराइल का कहना है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगातार विश्व में शांति को लेकर कार्य किया जा रहा है। मिडल ईस्ट में भी अमेरिका के राष्ट्रपति का कार्य सराहनीय रहा है। आपको बता दे कि इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति को नोबेल पुरस्कार के लिए पाकिस्तान के द्वारा भी नॉमिनेट किया जा चुका है।
ट्रंप नोबेल के हकदार- इजरायल
इसराइल के प्रधानमंत्री ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के बाद व्हाइट हाउस में बातचीत में कहा की मैं आपको वह लेटर दिखाना चाहता हूं जिसके माध्यम से इजरायल के द्वारा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल पुरस्कार कमेटी के पास नोबेल के लिए सिफारिश भेजी है। अमेरिका के राष्ट्रपति को यह है पुरस्कार मिलना चाहिए। इसीलिए हमने शांति पुरस्कार के लिए उनको नॉमिनेट किया है। वह इसके हकदार हैं। मिडल ईस्ट तथा दुनिया के दूसरे देशों में शांति बनाए रखने में अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने महत्वपूर्ण कोशिश की है।
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पाकिस्तान भी कर चुका नोबेल के लिए नॉमिनेट
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल पुरस्कार के लिए इजरायल के द्वारा नॉमिनेट किया गया है। इससे पहले पाकिस्तान के द्वारा भी अमेरिका के राष्ट्रपति को नोबेल पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया जा चुका है। पाकिस्तान का कहना था कि भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए संघर्ष को खत्म करने में अमेरिका के राष्ट्रपति ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसलिए शांति के क्षेत्र में अमेरिका के राष्ट्रपति को नोबेल पुरस्कार दिया जाना चाहिए। अमेरिका और पाकिस्तान लगातार यह दोहरा रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम करने में सबसे बड़ी भूमिका अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रही थी जबकि भारत के द्वारा इस बात को स्वीकार नहीं किया जा रहा है।
ट्रंप का मानना- नहीं मिलेगा नोबेल
नोबेल पुरस्कार को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी अपना पक्ष स्पष्ट कर चुके हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति का कहना है कि मुझे शांति का नोबेल पुरस्कार चार पांच बार मिल जाना चाहिए था लेकिन मुझे यह नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुझे पता है यह पुरस्कार मुझे नहीं देंगे क्योंकि यह पुरस्कार सिर्फ लिबरल्स को दिया जाता है। मैंने कई देशों के बीच पैदा हुए तनाव के बाद युद्ध को रुकवाया था और इसके लिए मुझे नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं होगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के दौरान व्हाइट हाउस में इजरायल के प्रधानमंत्री के द्वारा नोबेल पुरस्कार के लिए नॉमिनेट करने के पत्र को सौंपा गया।
भारत पाक संघर्ष पर ट्रंप ने फिर दोहराया बयान
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए संघर्ष को लेकर बयान दोहराया है। अमेरिका के राष्ट्रपति का मानना है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव को खत्म किया था। भारत और पाकिस्तान के बीच से पैदा हुआ तनाव परमाणु युद्ध में बदल सकता था लेकिन उनकी कोशिश से यह संघर्ष विराम में परिवर्तित हुआ। ट्रंप का कहना है कि भारत और पाकिस्तान के साथ-साथ उन्होंने दुनिया के दूसरे देशों के बीच पैदा हुए तनाव को भी कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

भारत-पाक युद्ध को रोकना था जरूरी ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा की भारत और पाकिस्तान के बीच हालत बहुत ज्यादा खराब हो गए थे। दोनों ही देश परमाणु हथियारों से संपन्न है। ऐसे में दुनिया के सामने परमाणु युद्ध का संकट पैदा हो सकता था। इस स्थिति को देखते हुए भारत और पाकिस्तान दोनों से अमेरिका के द्वारा युद्ध करने पर व्यापारिक संबंध खत्म करने की धमकी दी गई थी। व्यापारिक संबंध की धमकी देने के बाद भारत और पाकिस्तान दोनों ही युद्ध खत्म करने पर राजी हो गए थे।
पाकिस्तान जता रहा अमेरिका के राष्ट्रपति में सहमति
पाकिस्तान के द्वारा लगातार अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा दिए जा रहे बयानों पर सहमति जताई जा रही है। पाकिस्तान का भी मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव को कम करने में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यही कारण है कि पाकिस्तान के द्वारा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया जा चुका है। पाकिस्तान के आर्मी प्रमुख असीम मुनीर ने भी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के बाद यह बयान दिया था कि डोनाल्ड ट्रंप के कारण ही भारत और पाकिस्तान के बीच कई दिनों तक चला संघर्ष संघर्ष विराम में बदला था।
भारत लगातार कर रहा विरोध
एक तरफ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा बार-बार यह बयान दोहराया जा रहा है कि उनकी कोशिश के कारण ही भारत और पाकिस्तान का युद्ध संघर्ष विराम में बदला था। दूसरी तरफ भारत लगातार उनके द्वारा दिए जा रहे इस बयान का विरोध करता आ रहा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यह स्पष्ट कर चुके हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम पाकिस्तान की गुजारिश पर किया गया था। मोदी यह स्पष्ट कर चुके हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव तथा दूसरे विवादित मुद्दों को सुलझाने के लिए किसी भी तीसरे देश की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसके बावजूद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा बार-बार भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष रुकवाने का दावा किया जा रहा है।