Trump Policies : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार अलग-अलग फैसला ले रहे हैं। उनके द्वारा लिए जा रहे फैसलों के कारण दुनिया में उनका विरोध बड़े स्तर पर देखने को मिल रहा है। टैरिफ तथा दूसरे मुद्दों के कारण भारत समेत कई देश उनसे नाराज चल रहे हैं। इसका असर वैश्विक स्तर पर देखा जा रहा है। शंघाई सहयोग संगठन में हाल ही ऐसा दृश्य देखने को मिला जब रूस के राष्ट्रपति पुतिन चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग तथा भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दूसरे के साथ नजर आए। ऐसे में यह माना जा रहा है कि अमेरिका के द्वारा भारत को दुश्मन की तरह ट्वीट करना आगामी समय में भारी पड़ने वाला है क्योंकि यदि चीन रूस और भारत एक साथ आ गए तो यह अमेरिका के मुकाबले मजबूत गठबंधन उभर कर सामने आ सकता है। इन तीनों देशों के एक साथ आने पर जीडीपी परमाणु हथियार तथा जनसंख्या के मामले में अमेरिका से ज्यादा भारी होंगे।
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ट्रंप की पॉलिसीयों से पड रहा फर्क
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद लगातार अलग-अलग देश को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रिया दी जा रही है। डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा चीन पर 145% टैरिफ लगाने की घोषणा की गई थी लेकिन इसके जवाब में चीन ने भी 125% टैरिफ लगाते हुए अमेरिका को करारा जवाब दिया। जिसके बाद डोनाल्ड ट्रंप ने इसे 90 दिनों के लिए दो बार स्थगित किया है। इसी तरह डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर भी 25% टैरिफ का ऐलान किया था लेकिन रूस के साथ तेल व्यापार करने के कारण भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा की गई। इसके बाद लगातार भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार में यह वादा किया था कि वह राष्ट्रपति बनने के बाद रूस यूक्रेन युद्ध को खत्म कर देंगे लेकिन अभी तक वह इसमें सफल नहीं हो पाए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात भी की गई थी लेकिन इसके बावजूद अभी तक रूस यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए पुतिन तथा यूक्रेन के राष्ट्रपति की मुलाकात नहीं कर पाए हैं।
बन सकता है नया गठबंधन
भारत चीन तथा रूस के साथ आने के बाद एक नए गठबंधन का निर्माण हो सकता है। जनसंख्या के हिसाब से देखे तो रूस भारत और चीन को मिलाकर विश्व की कुल जनसंख्या में सबसे बड़ा हिस्सा इन्हीं का नजर आएगा। दुनिया का हर तीसरा शख्स इन तीनों देशों में से एक देश का नागरिक है। जीडीपी के मामले में भी चीन भारत और रूस अमेरिका को टक्कर देने के लिए मजबूती से खड़े हुए हैं। इन तीनों देशों का गठबंधन होने के बाद उनकी जीडीपी अमेरिका से दोगुनी हो जाएगी। परमाणु हथियारों की बात की जाए तो इस समय रूस के पास 5580 परमाणु हथियार है जबकि चीन के पास 600 परमाणु हथियार मौजूद है। भारत वर्तमान में 172 परमाणु हथियार अपने पास रख रहा है। इस तरह यदि तीनों देशों के परमाणु हथियार शामिल किए जाएं तो कुल 6352 है। इस तरह दुनिया के कुल परमाणु हथियारों का 50% से भी अधिक भंडार इन तीनों देश के पास मौजूद है।
‘ट्रंप के फैसलों से पूरे देश को हो रहा नुकसान’
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर बोलते हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगातार गलत फैसले लिए जा रहे हैं। उनके द्वारा लिए जा रहे गलत फैसलों के कारण देश को नुकसान भुगतना पड़ रहा है। ट्रंप के द्वारा निजी फायदे के लिए भारत और पाकिस्तान का संघर्ष रोकने का भी दावा किया जा रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विदेश नीति लगातार गलत साबित हुई है। आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो जाने के बाद तनाव बढ़ गया था। भारतीय सेना के द्वारा ऑपरेशन सिन्दूर चलाया गया था जिसके बाद कई दिनों तक युद्ध की स्थिति बनी रही थी। अंत में दोनों देश संघर्ष विराम पर सहमत हुए थे। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि उन्होंने व्यापार का दबाव बनाते हुए दोनों देशों को संघर्ष विराम के लिए राजी किया था जबकि भारत यह बात मानने को लिए तैयार नहीं है।

‘अमेरिका के लिए जरूरी है भारत’
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि ट्रंप के द्वारा पाकिस्तान की सेना प्रमुख तथा पाकिस्तान को खुश करने की कोशिश की जा रही है जबकि भारत से अमेरिका के रिश्ते लंबे समय से अच्छे रहे हैं। भारत से रिश्ते अच्छे होने से अमेरिका को फायदा है। भारतीय टैलेंट; तकनीक तथा आर्थिक मामलों में अमेरिका को मिलकर कार्य करने की जरूरत है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। इसी के साथ उन्होंने यह भी चेतावनी कि यदि अमेरिका को चीन के रणनीतिक खतरों से लड़ाई लड़नी है तो भारत का साथ जरूरी है। भारत से रिश्ते बिगड़ने पर बड़ा नुकसान अमेरिका को उठाना होगा।
भारत और अमेरिका के रिश्ते इस समय तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। अमेरिका के द्वारा लगातार लिए जा रहे फैसलों से न सिर्फ भारत के द्वारा बल्कि खुद अमेरिका में भी इसका विरोध किया जा रहा है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर सवाल खड़े किये है। उन्होंने कहा कि अपने फैमिली व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए ट्रंप ने भारत के साथ रिश्ते खराब किए हैं। भारत और अमेरिका के रिश्ते लंबे समय से अच्छी पटरी पर थे लेकिन पाकिस्तान पर उनके द्वारा मेहरबानी की जा रही है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा देशहित की जगह अपना फायदा देखा जा रहा है। डोनाल्ड ट्रंप भारत पर 25% टैरिफ के साथ 25% अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा कर चुके हैं। जिसके बाद भारत और अमेरिका के रिश्ते बिगड़ते जा रहे हैं। भारत और अमेरिका की तुलना में चीन तथा रूस के साथ नजदीकी बढ़ा रहा है।