Trump Putin Meeting : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए हमारे द्वारा लगातार कोशिश की जा रही है लेकिन रूस के राष्ट्रपति पुतिन के द्वारा इसे लेकर कोई सकारात्मक कदम नहीं बढ़ाया जा रहा है। इस कारण वह यूक्रेन के मामले में पुतिन से बेहद निराश हैं। ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन में लगातार हो रही मौत की संख्या को कम करने के लिए अमेरिका की सरकार के द्वारा लगातार कोशिश की जा रही है। हालांकि उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि अमेरिका सरकार के द्वारा कौन-कौन से कदम इसके लिए उठाए जा रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए कुछ दिन पहले रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मिले थे। रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ डोनाल्ड ट्रंप की यह मुलाकात अलास्का में हुई थी।
यूक्रेन के राष्ट्रपति से मुलाकात पर बोले पुतिन- बात करने के लिए आना होगा मास्को
टैरिफ से अमेरिका को मार रहा भारत : डोनाल्ड ट्रंप
चीन में हुई पुतिन और किम जोंग की लंबी मुलाकात
पुतिन से मुलाकात में असहज दिखे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री
रूस और चीन कभी नहीं करेंगे अमेरिका पर हमला -ट्रंप
दुनिया में बदलते परिदृश्य के बीच रूस तथा चीन के बीच बढ़ रही नजदीकी पर जब डोनाल्ड ट्रंप से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें रूस और चीन के बीच मजबूत हो रहे संबंधों का डर नहीं है। दोनों देश मिलकर भी कभी अमेरिका पर हमला नहीं कर सकते क्योंकि अमेरिका की सेना चीन और रूस दोनों से ताकतवर है। रूस, यूक्रेन युद्ध तथा टैरिफ के मुद्दे के कारण इस समय अमेरिका से दुनिया के विभिन्न देश से नाराज चल रहे हैं। शंघाई सहयोग संगठन में इसकी झलक देखने को मिली थी। जब रूस के राष्ट्रपति पुतिन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग एक साथ नजर आए थे। बताया जा रहा है कि इसी कारण अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चिंता लगातार बढ़ी हुई है। दुनिया के विभिन्न देश भी अमेरिका के द्वारा भारत पर बड़ी मात्रा में टैरिफ लगाए जाने के फैसले को गलत बता रहे हैं। इसके कारण भारत लगातार अमेरिका के विरोधी देश के साथ रिश्ते आगे बढ़ाने पर कार्य कर रहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लंबे समय से चल रहे रूस यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की थी। इन दोनों की मुलाकात 15 अगस्त को अलास्का में हुई थी। इसके बाद डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति से भी मुलाकात की थी। इस दौरान यूरोपीय देशों के नेता भी मौजूद रहे थे। इसी मुलाकात के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने फोन पर रूस के राष्ट्रपति पुतिन से चर्चा की और यह खबर चली थी कि जल्द ही यूक्रेन के राष्ट्रपति की रूस के राष्ट्रपति से मुलाकात होने वाली है लेकिन यह मुलाकात अभी तक संभव नहीं हो पाई है। इसे लेकर रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वह यूक्रेन के राष्ट्रपति से बातचीत को तैयार है लेकिन इसके लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति को मास्को आना पड़ेगा।
मुलाकात से पहले हो ठोस तैयारी- पुतिन
यूक्रेन के राष्ट्रपति से मुलाकात को लेकर रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि वह मुलाकात करने को लेकर तैयार हैं लेकिन इस मुलाकात से कोई फायदा होगा या नहीं। इसे लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता रूस यूक्रेन के राष्ट्रपति से मुलाकात करने के लिए तैयार है लेकिन इस मुलाकात से पहले अच्छी तरह से तैयारी कर लेनी चाहिए। जिन मुद्दों को लेकर दोनों देशों के बीच टकराव चल रहा है उन्हें समाप्त करने के लिए ठोस नतीजा निकालना होगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति से मुलाकात को लेकर हमारी तरफ से कभी भी असहमति नहीं जताई गई थी।

यूक्रेन के सामने पुतिन ने रखी शर्त
रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से युद्ध चल रहा है। इसे समाप्त करने को लेकर लगातार तैयारी हो रही है लेकिन अभी तक इसमें सफलता नहीं मिल पाई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति से संभावित मुलाकात से पहले रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहां की यूक्रेन को युद्ध खत्म करने के लिए कुछ बड़े निर्णय लेने होंगे। यूक्रेन में चुनाव आयोजित होने चाहिए मार्शल लॉ हटाना होगा और क्षेत्रीय मुद्दों पर यूक्रेन को जनमत संग्रह करना होगा। इसके बाद ही कोई विकास देखने को मिल सकता है। यह पहली बार नहीं है जब रूस के राष्ट्रपति पुतिन के द्वारा यूक्रेन के राष्ट्रपति को बातचीत के लिए मॉस्को आमंत्रित किया गया हो इससे पहले भी वह यूक्रेन के राष्ट्रपति को चर्चा के लिए मास्को आने की बात दोहरा चुके हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति भी पुतिन से मुलाकात के लिए तैयार है और वह शांति समझौते पर चर्चा करना चाहते हैं। इसे लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात भी की थी।
‘तेल खरीद से रूस को मिल रहा पैसा’
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्रेड सलाहकार ने कहा कि यूक्रेन युद्ध के बाद भारत के द्वारा बड़े स्तर पर रूस से व्यापार किया जा रहा है। कच्चे तेल की खरीद करते हुए भारतीय कंपनियों के द्वारा उसे रिफाइन करने के बाद महंगे दाम पर बेचा जा रहा है। इस तरह युद्ध में रूस को आर्थिक समर्थन मिल रहा है। दूसरी तरफ भारत लगातार मुनाफा कमा रहा है। भारत अमेरिका को सामान बेचकर जो पैसा मिलता है उस से रूसी तेल खरीदने का कार्य कर रहा है। उन्होंने बड़ा दावा किया कि रूस और यूक्रेन युद्ध में शांति का रास्ता भारत से होकर गुजरता है। अगर देखा जाए तो भारत को रूस के तेल की आवश्यकता नहीं है लेकिन मुनाफा कमाने के कारण भारत के द्वारा ऐसा किया जा रहा है।
रूस की सुरक्षा सबसे जरूरी -पुतिन
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि रूस के लिए रूस की सुरक्षा सबसे पहले है। पुतिन इससे पहले भी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर अपना मत स्पष्ट कर चुके हैं। उन्होंने आने वाले समय में होने वाली मीटिंग को रूस के मास्को में आयोजित करने का सुझाव दिया। रूस और अमेरिका के राष्ट्रपति प्रेस कांफ्रेंस करने के कुछ समय पश्चात ही तुरंत मंच से रवाना हो गए।