Trump Tariff Policy: डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लगाया, चीन ने भारत का समर्थन किया, पूर्व सुरक्षा सलाहकार ने फैसले को भारी भूल बताया।

‘टैरिफ लगाने के बाद बना रहे नए रिकॉर्ड’, अमेरिका को मिल रहे हैं करोड़ों डॉलर : ट्रंप

Trump Tariff Policy : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगातार टैरिफ को लेकर कार्य किया जा रहा है। ट्रंप ने दुनिया के विभिन्न देशों पर अलग-अलग मात्रा में टैरिफ लगाने की घोषणा की है। जिसके बाद दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से विभिन्न प्रतिक्रिया देखने को मिल रही हैं। अधिकतर देश अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लिए गए इन फैशलो का विरोध कर रहे हैं। इसी बीच ट्रंप ने टैरिफ को लेकर कहा की टैरिफ लगाने के बाद शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। हर दिन नए रिकॉर्ड शेयर मार्केट के द्वारा बनाया जा रहे हैं। अमेरिका की तिजोरी में रोजाना सैकड़ो अरब डॉलर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर इसी के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसी वामपंथी कोर्ट के द्वारा टैरिफ पर रोक लगाई गई तो इतनी बड़ी रकम और सम्मान पाना अमेरिका के लिए काफी मुश्किल होगा।

टैरिफ के खिलाफ फैसला ला सकता है महामंदी

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यदि अतिवादी वामपंथी कोर्ट के द्वारा टैरिफ के खिलाफ फैसला सुनाया गया तो यह अमेरिका के लिए बड़ा नुकसान होगा। 1929 की तरह ऐसे फैसले लिए जाने के बाद मंदी आ सकती है जिसके कारण अमेरिका की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से नष्ट हो सकती है। ट्रंप के द्वारा सोशल मीडिया पर यह दावा किया गया कि कोर्ट सिस्टम को सबसे अच्छे से समझते हैं। लंबा इतिहास रहा है कि कोर्ट भी उनकी तरह चुनौतियों से नहीं गुजरा है। देश को इस समय अराजकता, असफलता और अपमान की जगह सफलता और महानता की आवश्यकता है। यदि कोर्ट के द्वारा अमेरिका की संपत्ति और शक्ति के खिलाफ फैसला देना ही था तो उसके द्वारा यह कार्य शुरू में ही किया जा सकता था जिस से देश खतरे में नहीं जाता।

इजराइल के साथ व्यापक समझौता करने को तैयार हमास; लंबे समय से जारी है दोनों में जंग

ट्रंप ने खत्म कराई 37 साल पुरानी जंग; आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच हुआ समझौता

अभी भी तुम्हारी कलाई पर राखी बांधती हूं : श्वेता सिंह; रक्षाबंधन पर भाई को याद कर भावुक हुई सुशांत सिंह राजपूत की बहन

15 अगस्त को होगी डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन की मुलाकात; रूस -यूक्रेन युद्ध पर होगी चर्चा

टैरिफ पर भारत के समर्थन में चीन

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा भारत पर बड़ी मात्रा में टैरिफ लगाए जाने के बाद दुनिया से विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन जाने की संभावनाओं के बाद लगातार चीन के द्वारा भारत के पक्ष में बयान दिए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के चीन दौरे से चीन के द्वारा अमेरिकी टैरिफ की निंदा की गई। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के द्वारा भारत पर लगाए गए अमेरिकी टैरिफ की निंदा की गई। उन्होंने कहा कि अमेरिका के द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ पर चीन साफ तौर पर खिलाफ है। अमेरिका को व्यापारिक मुद्दों और तकनीकी का राजनीतिकरण करना बंद करना होगा।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन के द्वारा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर बड़ा निशाना साधा गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा भारत पर बड़ी मात्रा में टैरिफ लगाया गया है। इसी के साथ-साथ लगातार डोनाल्ड ट्रंप भारत के खिलाफ बयान बाजी कर रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर शुरुआत में 25% टैरिफ का ऐलान किया था जिसके बाद उन्होंने भारत पर जुर्माना लगाने के साथ-साथ 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इस तरह भारत पर कुल 50% टैरिफ हो गया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का कहना है कि लंबे समय से भारत और अमेरिका के संबंधों में मजबूती आई थी लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के कारण भारत लगातार अमेरिका से दूर हो रहा है। ट्रंप की नीतियों के कारण भारत अमेरिका से दूरी बनाते हुए लगातार चीन और रूस के नजदीक पहुंच रहा है। जॉन वॉल्टन अमेरिका में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर 2018 से 2019 तक कार्यरत रह चुके हैं।

 

ट्रंप के फैसले को बताया ‘भारी भूल’

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के द्वारा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लिए गए फैसलों पर सवाल उठाए गए हैं। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा भारत पर 50% टैरिफ लगाने के फैसले को बड़ी भूल करार दिया है। उन्होंने आशंका जाहिर कि अमेरिका के द्वारा रूस को कमजोर करने की कोशिश में गलत कदम उठाए जा रहे हैं। भारत पर लगाया गया एक्स्ट्रा टैरिफ का असर अमेरिका पर भारी पड़ सकता है। लंबे समय तक भारत को रूस और चीन से दूर रखने के लिए अमेरिका के द्वारा कोशिश की गई थी लेकिन अब ट्रंप के द्वारा किए जा रहे व्यवहार से वह कोशिश कमजोर पड़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के द्वारा टैरिफ लगाए जाने के बाद चीन भारत और रूस मिलकर टैरिफ का विरोध जता सकते हैं।  उन्होंने कहा कि अमेरिका के द्वारा दोस्त और दुश्मन दोनों के साथ समान व्यवहार किया जा रहा है।अमेरिका के द्वारा किए जा रहे ऐसे फैसलों के कारण आत्मविश्वास कमजोर होता जा रहा है। जिस आत्मविश्वास को बनाने में लंबा समय लगा था और उसके बदले में बहुत कम आर्थिक फायदा मिला जबकि नुकसान लगातार अमेरिका के लिए बढ़ता जा रहा है।

Trump Tariff Policy: डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लगाया, चीन ने भारत का समर्थन किया, पूर्व सुरक्षा सलाहकार ने फैसले को भारी भूल बताया।
Trump Tariff Policy  : डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लगाया, चीन ने भारत का समर्थन किया, पूर्व सुरक्षा सलाहकार ने फैसले को भारी भूल बताया।
भारत और ब्राजील जैसे देशों के साथ जारी है तनाव

अमेरिका के द्वारा टैरिफ का डर दिखाकर दुनिया के विभिन्न देशों को झुका दिया गया है लेकिन अभी भी भारत चीन ब्राजील जैसे देश अमेरिका के सामने खड़े हुए हैं। भारत पर अमेरिका के द्वारा 25% से बढ़कर 50% टैरिफ किया जा चुका है। अमेरिका लगातार भारत के डेरी और कृषि सेक्टर में एंट्री करने की कोशिश कर रहा है लेकिन भारत इसके लिए तैयार नहीं है। भारत अपने किसानो और छोटे उद्योगों को ध्यान में रखते हुए हर कदम बड़ी सावधानी से बढ़ा रहा है। अमेरिका के द्वारा भारत पर रूस से हथियार और तेल खरीदने के कारण जुर्माना भी लगाया गया था।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार दुनिया के विभिन्न देशों पर बड़ी मात्रा में टैरिफ लगाते हुए उन्हें डराने की कोशिश कर रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा दबाव बनाने के बाद समझौता करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि बड़े देशों में चीन को छोड़कर अभी तक किसी दूसरे देश के द्वारा अमेरिका के साथ समझौता नहीं किया गया है। भारत पर भी अमेरिका के द्वारा 50% टैरिफ का ऐलान किया जा चुका है। भारत का अभी तक अमेरिका के साथ किसी भी तरह का व्यापार समझौता नहीं हुआ है। भारत के साथ-साथ अमेरिका के द्वारा ब्राज़ील पर भी 50% टैरिफ का ऐलान किया गया है। अमेरिका के द्वारा लगाए गए टैरिफ के कारण अमरीका मार्केट को बड़ा नुकसान पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। शुरुआत में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा 2 अप्रैल को विभिन्न देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा की गई थी लेकिन बाद में इसे 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया था।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *