Trump Zelensky Meeting : यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जलेन्स्की और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच अहम् मुलाकात हुई है। दोनों के बीच हुई मुलाकात लगभग 50 मिनट चली। इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति को भरोसा दिलाया कि वह रूस और यूक्रेन के मध्य चल रही जंग को खत्म करने के लिए रूस से बातचीत करेंगे।
पुतिन से बात करेंगे डोनाल्ड ट्रंप
नीदरलैंड में चल रहे नाटो के समिट के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति जलेन्स्की की मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों के बीच रूस और यूक्रेन के मध्य लंबे समय से चल रहे युद्ध को लेकर भी वार्ता हुई। रूस के खिलाफ विभिन्न तरह के प्रतिबंध लगाने, हथियारों की सप्लाई करने, ड्रोन बनाने आदि को लेकर दोनों के बीच बातचीत हुई। इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह रूस के राष्ट्रपति पुतिन से रूस और यूक्रेन के मध्य चल रहे युद्ध को खत्म करने को लेकर बातचीत करेंगे।
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युद्ध रोकने के मूड में नहीं है रूस -जलेन्स्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति जलेन्स्की ने नीदरलैंड में अमेरिका के राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान बताया कि रूस की मनसा यूक्रेन के साथ लंबे समय से चल रहे युद्ध को रोकने की नहीं है। रूस लगातार इस युद्ध को जारी रखना चाहता है। यूक्रेन का आरोप है कि रूस यूक्रेन के भू भाग पर जबरदस्ती अपना स्वामित्व स्थापित करना चाहता है। आपको बता दे की रूस और यूक्रेन के मध्य लंबे समय से युद्ध चल रहा है। न तो यूक्रेन रूस के सामने झुकने का नाम ले रहा है और ना ही रूस ने यूक्रेन पर किए जा रहे हमलो को कम किया है।
नाटो प्रमुख ने बताया रूस को चुनौती
इस समय नीदरलैंड के हेग में नाटो का समिट चल रहा है। नाटो के समिट में नाटो के प्रमुख मार्ग रुते के द्वारा रूस को लेकर चिंता व्यक्त की गई है। नाटो प्रमुख का कहना है कि उत्तर कोरिया, चीन और ईरान के समर्थन से रूस लगातार बड़ी मात्रा में हथियार बना रहा है। जो नाटो के लिए एक चुनौती है। इसी के साथ उन्होंने रूस के राष्ट्रपति पुतिन पर भरोसा नहीं करने की बात भी कहीं। नाटो के समिट के दौरान सभी सदस्य देशों के द्वारा 2035 तक रक्षा खर्च को बढ़ाते हुए जीडीपी का 5% करने का लक्ष्य रखा। बताया जा रहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा इसको लेकर मांग की गई थी। इसी के साथ-साथ रूस के द्वारा पैदा होने वाले खतरे से निपटने के लिए भी यह कदम उठाया गया है।
ट्रंप ने एक बार फिर उठाया भारत-पाकिस्तान मुद्दा
नाटो समिट के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा अपने उसे बयान को फिर दोहराया गया है जिसमें वह भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोकने में अपनी भूमिका को बताते रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव को कम करने के लिए उन्होंने दोनों ही देश से बातचीत की। दोनों देशों को परमाणु युद्ध की तरफ जाने से बचाने में हमारी अहम भूमिका रही।

एक बार फिर ट्रंप ने कहा कि व्यापार समझौते को लेकर दबाव बनाने के बाद भारत और पाकिस्तान तनाव को कम करने पर सहमत हुए थे। उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री मोदी को अच्छा दोस्त करार दिया जबकि पाकिस्तान के सेना प्रमुख कुछ समय पहले ही व्हाइट हाउस में ट्रंप से लंच मुलाकात के दौरान मिले थे। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा यह बयान पहली बार नहीं दिया गया है बल्कि भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम के बाद से वह अब तक इसे कई बार दोहरा चुके हैं। ट्रंप का मानना है कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही परमाणु हथियार संपन्न देश हैं। दोनों के बीच तनाव बढ़ने पर यह युद्ध परमाणु युद्ध की तरफ भी जा सकता था। ट्रंप का मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत करते हुए उन्होंने इस युद्ध को रोकने में बड़ी भूमिका निभाई थी।
अमेरिका से लड़ाकू विमान खरीदेगा ब्रिटेन
दुनिया में पैदा हो रहे वर्तमान हालातो को देखते हुए लगातार विभिन्न देशों के द्वारा रक्षा बजट को बढ़ावा दिया जा रहा है। भारत-पाकिस्तान, रूस -यूक्रेन, ईरान- इजरायल जैसे संघर्ष की स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न देश अपनी सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में लगे हुए हैं। इसी बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के द्वारा महत्वपूर्ण बयान जारी करते हुए कहा गया है कि ब्रिटेन अमेरिका से 12 एफ- 35 ए लड़ाकू विमान खरीदेगा। ब्रिटेन के द्वारा अमेरिका से जिन लड़ाकू विमान को खरीदने की बात की गई है वह परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर सटरमर ने कहा की अमेरिका से खरीदे जाने वाले यह लड़ाकू विमान हमारी वायु सेना के लिए एक नए युग की शुरुआत करेंगे। हमारे दुश्मन जो हमें और हमारे सहयोगों को खतरा पहुंचा सकते हैं उनके लिए यह चेतावनी होगा।