Ukraine Security Guarantee : लंबे समय से चल रहे रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। यूरोपीय देशों के द्वारा यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने की चर्चा की गई है। बताया जा रहा है कि 26 देशो के द्वारा यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी का वादा किया गया है। फ्रांस के राष्ट्रपति के द्वारा इस गारंटी की जानकारी दी गई। यूक्रेन की सुरक्षा के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति ने इंटरनेशनल फोर्स भी तैनात करने की जानकारी दी है। यूरोपीय यूनियन समेत विभिन्न देशों के नेताओं के द्वारा की गई बैठक के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति के द्वारा यह जानकारी दी गई। विभिन्न यूरोपीय देशों के द्वारा सुरक्षा की गारंटी देने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति के द्वारा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी इस मुद्दे को लेकर बात की गई। उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से गारंटी पर समर्थन देने का आग्रह किया।
युद्ध खत्म होने पर लागू होगी गारंटी
फ्रांस के राष्ट्रपति ने यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने के मुद्दे पर चर्चा करते हुए कहा कि रूस यूक्रेन युद्ध खत्म हो जाने के बाद सुरक्षा गारंटी लागू होगी। यूक्रेन को प्रदान की जाने वाली सुरक्षा में विभिन्न सैन्य टुकड़ियों को शामिल किया जाएगा जो सीधे तौर पर भले ही युद्ध में शामिल नहीं हो लेकिन यूक्रेन तथा यूक्रेन बॉर्डर के आसपास तैनात रहते हुए यूक्रेन की सुरक्षा करने का कार्य करेगी। ऐसा होने से भविष्य में यूक्रेन पर किसी भी बड़े हमले को टाला जा सकता है। यूक्रेन के बॉर्डर पर सैनिक तैनात करने के साथ-साथ यूक्रेन को दूसरी तरह से भी विभिन्न देशों के द्वारा मदद पहुंचाई जाएगी। इसके लिए यूक्रेन की सेना को ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी तथा हथियारों की आपूर्ति होगी। फ्रांस के राष्ट्रपति के द्वारा यूक्रेन को समर्थन की बात तो कही गई लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि यूक्रेन को प्रदान की जाने वाली सुरक्षा में कितने सैनिक तैनात किए जाएंगे।
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बढ़ सकती है समर्थन देने वाले देशो की संख्या
फ्रांस के राष्ट्रपति ने यूक्रेन युद्ध को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि आने वाले समय में यूक्रेन को समर्थन करने वाले देशों की संख्या में और भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। फिलहाल 25 से अधिक देशों के द्वारा यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी प्रदान करने पर सहमति जताई है। कई देशों के द्वारा इसे लेकर अभी विचार किया जा रहा है। फैसला आने के बाद वह यूक्रेन को समर्थन करते हुए दिखाई देंगे। अमेरिका की भूमिका को लेकर भी उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ दिनों में अमेरिका अपना अंतिम निर्णय करेगा। ऐसा हमें उम्मीद है। अमेरिका के विशेष दूत के द्वारा भी इस बैठक में निर्णय लिया गया था।
यूरोपीय देशों के द्वारा यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने पर चर्चा करते हुए यूरोपीय अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल यूक्रेन में शांति स्थापित होना संभव नहीं लग रहा है। इसके बावजूद हमारे द्वारा लगातार युद्ध खत्म होने के बाद आपातकालीन परिस्थितियों से लड़ने की तैयारी की जा रही है। यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी का वादा देने से यूक्रेन हमारे ऊपर विश्वास कर सकेगा। साथ ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी हम फैसले में शामिल होने की उम्मीद करते हैं। विभिन्न यूरोपीय देशों के द्वारा इस बैठक में हिस्सा लेने के साथ-साथ जापान ऑस्ट्रेलिया कनाडा जैसे देश भी शामिल हुए। रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर इस गठबंधन की कई बैठक संपन्न हो चुकी है लेकिन फिलहाल किसी भी तरह की कार्य योजना को सार्वजनिक नहीं किया गया है।

यूक्रेन ने फैसले को बताया ऐतिहासिक
यूरोपीय देशों के द्वारा यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने का वादा करने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इस पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि लंबे समय बाद एक ऐतिहासिक कदम देखने को मिला है। ऐसा ठोस कदम पहले नहीं उठाया गया था। यूक्रेन की सुरक्षा के लिए रूस के साथ चल रहे युद्ध में यह जरूरी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल रूस और यूक्रेन युद्ध समाप्त होने की कोई संभावना नहीं दिख रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर 15 अगस्त को अलास्का में रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की थी। इसके बावजूद दोनों देशों के बीच अभी तक संघर्ष विराम नहीं हो सका है। एक तरफ यूरोपिय देशों के द्वारा यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने का वादा किया गया है दूसरी तरफ इटली के प्रधानमंत्री ने यूक्रेन में सेना भेजने से स्पष्ट तौर पर मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि हम यूक्रेन में सेना नहीं भेजेंगे लेकिन यूक्रेन के सैनिकों को ट्रेनिंग देने तथा दूसरे कार्यों में सहयोग करेंगे।
2022 से चल रहा है रूस यूक्रेन युद्ध
रूस और यूक्रेन के बीच 2022 से लगातार युद्ध चल रहा है। रूस के द्वारा 2022 में यूक्रेन की जमीन पर कब्जा का लेने के बाद यह जंग शुरू हुई थी। इस जंग के शुरू होने के बाद लगातार रूस और यूक्रेन के द्वारा एक दूसरे पर पलटवार किया जा रहा है। दोनों ही देश संघर्ष विराम पर सहमत नहीं हो रहे हैं। एक तरफ रूस यूक्रेन का कुछ हिस्सा अपने कब्जे में लेना चाहता है तो वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन अपने पूरे क्षेत्र को रूस के कब्जे से मुक्त करने के साथ-साथ सुरक्षा की गारंटी की मांग करता रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा इस युद्ध को समाप्त करने के लिए 15 अगस्त को अलास्का में रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ मुलाकात की गई थी लेकिन इसका अभी तक कोई रिजल्ट नहीं दिखाई दिया है।