Umar Abdullah Statement: जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर महत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा कि अमेरिका किसी भी देश को तब तक ही दोस्त मानता हैं जब तक कि वह उस से उसे फायदा हो। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा पाकिस्तान के आर्मी प्रमुख के साथ मुलाकात की गई थी। उमर अब्दुल्ला का कहना है कि वह अपने फायदे के लिए कुछ भी कर सकता है।
अपनी मर्जी के मालिक हैं अमेरिका के राष्ट्रपति- उमर
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमारे द्वारा अमेरिका के राष्ट्रपति को यह नहीं बताया जा सकता है कि वह किसे लंच पर बुलाये और किसे नहीं। वह खुद अपनी मर्जी के मालिक हैं। अमेरिका के द्वारा किसी भी देश को जब तक ही अपने नजदीक रखा जाता है तब तक कि उस देश से उसे किसी तरह का फायदा हो रहा हो।
मेघालय सरकार के मंत्री का बयान- सोनम का परिवार मांगे माफी नहीं दर्ज होगा मानहानि का मुकदमा
हमास का मुकाबला करने के लिए इजराइल ने दिया उग्रवादी संगठन को समर्थन
शांति नोबेल पुरस्कार 2026 के लिए पाकिस्तान ने किया डोनाल्ड ट्रंप को नॉमिनेट
अमेरिका को नहीं दूसरे देशों की परवाह
अमेरिका को लेकर मीडिया के द्वारा किए गए सवालों के जवाब पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अमेरिका को अपने अलावा किसी दूसरे देश की परवाह नहीं रहती है। अमेरिका हमेशा वही कार्य करता है जो उसके लिए फायदेमंद हो। उन्होंने कहा कि भारत के द्वारा पहले यह सोचा जा रहा था कि अमेरिका हमारा खास दोस्त है और वह हमारी दोस्ती का अच्छे से ख्याल रखेंगे। लेकिन यह हमारा भ्रम था क्योंकि अब यह स्पष्ट हो गया है कि अमेरिका के द्वारा वही किया जाता है जो उसके हित में हो। अपने फायदे के लिए अमेरिका के द्वारा कुछ भी कदम उठाए जा सकते हैं।
उमर बोले- बंद होनी चाहिए बमबारी
कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के द्वारा ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष पर बयान देते हुए कहा कि अमेरिका के खुफिया विभाग के प्रमुख के द्वारा कुछ समय पहले ही यह कहा गया था कि ईरान परमाणु बम का निर्माण नहीं कर रहा है लेकिन उसके कुछ समय बाद ही इजरायल के द्वारा ईरान पर हमला कर दिया गया।
इसराइल के द्वारा ईरान पर किए जा रहे हमलो को तुरंत बंद कर देना चाहिए और दोनों देशों के बीच चल रहे विभिन्न विवादों को बातचीत के द्वारा सुलझा लिया जाना चाहिए। अमेरिका के खुफिया विभाग के द्वारा जानकारी दिए जाने के बाद भी इसराइल और अमेरिका के द्वारा लगातार ईरान पर परमाणु परीक्षण किए जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं।
नागरिकों को भारत लाने की की जा रही है कोशिश उम्र
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ईरान और इजरायल के संघर्ष में फंसे हुए भारत के नागरिकों को वापस लाने के सवाल पर कहा की उनको रातों-रात भारत नहीं लाया जा सकता है। दोनों देशों में चल रहे संघर्ष के कारण एयरपोर्ट और बंदरगाह बिल्कुल बंद है। इस स्थिति में हम सड़क रास्ते के द्वारा नागरिकों को भारत लाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि हम उन शहरों के द्वारा नागरिकों को भारत लाएंगे। जहां वर्तमान में युद्ध का असर नहीं है उन इलाको में संघर्ष का प्रभाव नहीं है वहां से होते हुए नागरिकों को आर्मेनिया के रास्ते भारत लाया जाएगा।
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के द्वारा दिए गए इस बयान से पहले ही भारत सरकार के द्वारा लगातार ईरान में फंसे अपने नागरिकों को बचाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान में फंसे नागरिकों को भारत लाने की कोशिश की जा रही है। भारत अपने इस अभियान के तहत 500 से भी अधिक नागरिकों को भारत लाने में सफल रहा है। ईरान से भारत लाये गए अधिकतर नागरिकों में कश्मीर के स्टूडेंट है जो ईरान में रहकर अध्ययन कार्य कर रहे थे।

अमेरिकी राष्ट्रपति से मिले थे पाक सेना के प्रमुख
हाल ही में कुछ दिनों पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान आर्मी के प्रमुख असीम मुनीर से मुलाकात की थी। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राष्ट्रपति ट्रंप और पाकिस्तान सेवा प्रमुख की मुलाकात को लेकर ही यह बयान दिया है कि अमेरिका के द्वारा किसी भी देश को दोस्त इस स्थिति में बनाया जाता है जब उसे किसी देश से फायदा होता दिख रहा हो। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान सेना के प्रमुख की मुलाकात 18 जून को अमेरिका में हुई थी। दोनों नेताओं की मुलाकात व्हाइट हाउस में लंच पर हुई थी। इसके बाद पाकिस्तानी सेना प्रमुख के द्वारा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शांति का नोबेल पुरस्कार दिए जाने की मांग की थी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान सेना प्रमुख की मुलाकात के बाद पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने यह भी कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव को खत्म करने में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अहम भूमिका निभाई थी। हालाँकि उनकी इस बात को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट तौर पर जानकारी दी थी। नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम पाकिस्तान की गुजारिश पर किया गया था।