US Tariff Dispute : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगातार दुनिया के विभिन्न देशों पर बड़ी मात्रा में टैरिफ की घोषणा की जा रही है। इसे लेकर अलग-अलग प्रतिक्रिया देखने को मिल रही हैं। अमेरिका के द्वारा ब्राज़ील पर लगाए गए टैरिफ के बाद ब्राजील के राष्ट्रपति के द्वारा इसके खिलाफ आवाज उठाई गई है। उन्होंने कहा कि ब्राजील के द्वारा दबाव में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा लगाए गए टैरिफ तथा सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश को लेकर हुए मामले के बाद ब्राजील और अमेरिका के संबंध काफी विपरीत परिस्थितियों में पहुंच गए हैं। ब्राजील के राष्ट्रपति के द्वारा अमेरिका के राष्ट्रपति के कदम को अस्वीकार्य बताया गया है। उन्होंने कहा कि ब्राजील के द्वारा दबाव में अमेरिका से कभी भी समझौता नहीं किया जाएगा। अमेरिका के द्वारा ब्राज़ील पर 50% टैरिफ लगाने की घोषणा की गई है।
दक्षिण अफ्रीका कनाडा और ब्राजील के अतिरिक्त भारत समेत कई देश लगातार अमेरिका के द्वारा लगाए गए टैरिफ का विरोध कर रहे हैं। भारत ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगाए गए टैरिफ पर सहमति नहीं जताई है। भारत लगातार कोशिश कर रहा है कि अमेरिका के साथ व्यापार समझौता संभव हो। अमेरिका के द्वारा हाल ही में भारत पर 25% टैरिफ लगाने के साथ-साथ जुर्माने का भी ऐलान किया गया था। अमेरिका के द्वारा लगाए गए टैरिफ के प्रति ब्राजील और कनाडा के साथ-साथ दक्षिण अफ्रीका के द्वारा भी विरोध जताया गया है। दक्षिण अफ्रीका ने अमेरिका के द्वारा लगाए गए 30% टैरिफ के फैसले को गलत बताया है। अफ्रीका के खनिज एवं पेट्रोलियम संसाधन मंत्री के द्वारा कहा गया कि अमेरिका के द्वारा चाहे जो कदम उठाए जाएं लेकिन उनकी दादागिरी नहीं चलेगी। दक्षिण अफ्रीका अपनी प्राकृतिक संपदा के लिए किसी की धमकी या दबाव को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अपनी ही संपदा के लिए दक्षिण अफ्रीका को किसी के द्वारा धमकाया नहीं जाना चाहिए
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अमेरिका लगा रहा पूर्व राष्ट्रपति से उत्पीड़न के आरोप
एक तरफ ब्राजील और अमेरिका के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगाए गए बड़ी मात्रा में टेरिफ लेकर मतभेद पैदा हो गए हैं तो वहीं इसके अतिरिक्त भी ब्राजील और अमेरिका के बीच इस समय संबंध ठीक नहीं है। अमेरिका के राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस की तरफ से जारी किए गए आदेश में ब्राजील पर यह आरोप लगाया गया था कि ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति पर राजनीतिक उत्पीड़न किया जा रहा है। ब्राजील में कानून के शासन को तोड़ा जा रहा है।
इसे मुद्दा बनाते हुए ब्राजील के राष्ट्रपति ने कहा कि राजनीतिक तर्क देकर व्यापारिक प्रतिबंध लगाना न्याय संगत नहीं है। व्यापार को लेकर अमेरिका के साथ ब्राज़ील वार्ता करने को तैयार है लेकिन अपनी कानूनी सुरक्षा को ब्राजील कभी भी नहीं छोड़ेगा। ब्राजील के विदेश मंत्री के द्वारा भी अमेरिका को चेतावनी दी गई है कि यदि अमेरिका के द्वारा ब्राजील के ऊपर दबाव डाला गया तो इसके विपरीत परिणाम देखने को मिलेंगे। ब्राजील के राष्ट्रपति के विदेश नीति सलाहकार ने कहा कि मुझे यह संभावना नहीं लग रही कि ब्राजील और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर कोई वार्ता होगी। व्यावहारिक रूप से ब्राजील और अमेरिका के संबंध पूरी तरह से खत्म हो चुके हैं।

दूसरे देश भी कर रहे विरोध
अमेरिका के द्वारा लगाए गए टैरिफ का ब्राजील के अतिरिक्त दूसरे देशों के द्वारा भी विरोध किया जा रहा है। कनाडा के प्रधानमंत्री ने ट्रंप के द्वारा की गई घोषणा के बाद कहा कि अमेरिका के द्वारा लगाया गया टैरिफ अमेरिका मैक्सिको कनाडा एग्रीमेंट के दायरे से बाहर है। अमेरिका के द्वारा कनाडा पर टैरिफ को 25% से बढ़कर 35% कर दिया गया था। इस पर कनाडा के प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं ट्रंप के इस फैसले से काफी निराश हूं। हम लगातार कनाडा की नौकरियों की रक्षा करने और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए बाय कनाडा नीति को बढ़ावा देंगे। कनाडा के प्रधानमंत्री के द्वारा अमेरिका पर यह भी आरोप लगाया गया है कि वह कनाडा फैंटानिल की तस्करी पर रोक लगाने में सफल नहीं हो पा रहा है। अमेरिका के द्वारा कनाडा पर झूठे आरोप लगाया जा रहे हैं जबकि इसका सिर्फ एक प्रतिशत हिस्सा कनाडा से आता है।
अफ्रीका ने भी जताया विरोध
अमेरिका के द्वारा लगाए गए टैरिफ के प्रति ब्राजील और कनाडा के साथ-साथ दक्षिण अफ्रीका के द्वारा भी विरोध जताया गया है। दक्षिण अफ्रीका ने अमेरिका के द्वारा लगाए गए 30% टैरिफ के फैसले को गलत बताया है। अफ्रीका के खनिज एवं पेट्रोलियम संसाधन मंत्री के द्वारा कहा गया कि अमेरिका के द्वारा चाहे जो कदम उठाए जाएं लेकिन उनकी दादागिरी नहीं चलेगी। दक्षिण अफ्रीका अपनी प्राकृतिक संपदा के लिए किसी की धमकी या दबाव को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अपनी ही संपदा के लिए दक्षिण अफ्रीका को किसी के द्वारा धमकाया नहीं जाना चाहिए। आपसी हितों के आधार पर ही कोई दूसरा देश अफ्रीका के साथ व्यापार कर सकता है। उन्होंने अमेरिका को यह भी चेतावनी दी कि यदि दक्षिण अफ्रीका के ऊपर 30% टैरिफ लागू किया जाता है तो इसके विकल्प के रूप में चीन व दूसरे देशों से दक्षिण अफ्रीका के द्वारा व्यापार किया जाएगा।
दक्षिण अफ्रीका कनाडा और ब्राजील के अतिरिक्त भारत समेत कई देश लगातार अमेरिका के द्वारा लगाए गए टैरिफ का विरोध कर रहे हैं। भारत ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगाए गए टैरिफ पर सहमति नहीं जताई है। भारत लगातार कोशिश कर रहा है कि अमेरिका के साथ व्यापार समझौता संभव हो। अमेरिका के द्वारा हाल ही में भारत पर 25% टैरिफ लगाने के साथ-साथ जुर्माने का भी ऐलान किया गया था। अमेरिका के राष्ट्रपति का मानना है कि भारत के द्वारा रूस के साथ रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद भी व्यापार किया जा रहा है। भारत की कोशिश अमेरिका के साथ टैरिफ को 10% के आसपास रखने की है। अब आगे यह देखना रोचक होगा कि भारत अमेरिका के द्वारा लगाए गए टैरिफ के विरुद्ध क्या कदम उठाता है?