Victory Day Parade : रूस के राष्ट्रपति पुतिन शंघाई सहयोग संगठन में शामिल होने के बाद चीन के द्वारा आयोजित विक्ट्री डे परेड में शामिल हुए। इसी दौरान उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग भी मौजूद रहे। विक्ट्री डे परेड के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन और किम जोंग के बीच लंबी मुलाकात देखने को मिली। इस दौरान लगभग 1 घंटे तक बंद कमरे में दोनों नेताओं ने चर्चा की। बताया जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन के द्वारा किम जोंग को रूस दौरे पर आने का न्योता दिया गया। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग ने रूस और यूक्रेन युद्ध को लेकर बयान देते हुए कहा कि हमारा रूस को समर्थन लगातार जारी रहेगा। रूस की मदद करना हमारा फर्ज है। हम जिस भी तरह से सक्षम होंगे रूस को सहायता की जाएगी। यह हमारे भाईचारे का फर्ज है। इससे पहले भी उत्तर कोरिया के द्वारा बड़े स्तर पर रूस को समर्थन दिया गया है। रूस यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में उत्तर कोरिया ने अपने सैनिकों को रूस की तरफ से लड़ने भेजा था। इसे लेकर विभिन्न देशों के द्वारा विरोध भी जताया गया था लेकिन एक बार फिर उत्तर कोरिया ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह जंग में रूस के साथ रहेगा।
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पुतिन बोले सच्चे गठबंधन में बदले रिश्ते
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग से मुलाकात के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन उत्साहित नजर आए। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया और रूस के संबंध अब एक सच्चे गठबंधन में बदल चुके हैं। पहले यह रिश्ते के तौर पर थे। रूस में उत्तर कोरिया के सैनिकों के द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर रूस के राष्ट्रपति ने प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया की स्पेशल यूनिट ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। हम उनके बलिदान को कभी भी भूल नहीं सकेंगे। चीन में आयोजित विक्ट्री डे परेड में वैसे तो दुनिया के विभिन्न देशों के महत्वपूर्ण नेता मौजूद थे लेकिन चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग के साथ रूस के राष्ट्रपति पुतिन तथा उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग पर सभी के निगाह टिकी हुई थी। इन तीनों को पहली बार एक साथ देखा गया। चीन के राष्ट्रपति के द्वारा अपने आप को वैश्विक नेता की तरह इस परेड में पेश किया गया। रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात के बाद एक रोचक नजारा भी देखने को मिला। पुतिन से मुलाकात के बाद किम जोंग जिस कुर्सी पर बैठे थे उसे अच्छी तरह से साफ किया गया। उत्तर कोरिया के अधिकारियों के द्वारा कुर्सी साफ की गई। यही नहीं किम जोंग ने जिस गिलास से मुलाकात के दौरान पानी पिया उस गिलास को भी पूरी तरह से साफ किया गया। बताया जा रहा है कि किम जोंग के डीएनए सैंपल को नष्ट करने के लिए यह कार्य किया गय।
दूसरे विश्व युद्ध में जापान की हार के 80 साल पूरे के होने के उपलक्ष में चीन में विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया गया। विक्ट्री डे परेड के माध्यम से चीन ने अपनी सैन्य ताकत का भरपूर प्रदर्शन किया। इस ताकत के माध्यम से वह दुनिया के दूसरे देशों को अवगत कराना चाह रहा था। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने परेड की सलामि ली। जिनपिंग के भाषण होने के बाद विक्ट्री डे परेड पर सैन्य परेड का आयोजन किया गया। इस दौरान चीन के राष्ट्रपति ने कहा कि वह किसी के द्वारा दी गई धमकियों से डरते नहीं है बल्कि हमेशा आगे बढ़ते रहते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की जापान के खिलाफ लड़ने वाले लोगों को आने वाले समय में सम्मान दिया जाएगा लेकिन इतिहास को याद रखना होगा।

हथियारों का किया गया प्रदर्शन
चीन में आयोजित विक्ट्री डे परेड के दौरान चीन के द्वारा बड़े स्तर पर अपने अत्याधुनिक हथियारों का प्रदर्शन किया गया। जिनपिंग के भाषण के बाद परेड की शुरुआत की गई। इस दौरान विभिन्न देशों के प्रमुख नेता मौजूद रहे जिनमें रूस के राष्ट्रपति पुतिन उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग पाकिस्तान के प्रधानमंत्री समेत के नेता शामिल है। विक्ट्री डे परेड में 100 से भी अधिक विमान सैकड़ो तरह के हथियार और लगभग 50 सैनिक टुकड़ियों के द्वारा हिस्सा लिया गया। चीन के द्वारा आयोजित की गई इस सैन्य परेड को अब तक की सबसे बड़ी सैन्य परेड माना जा रहा है। लगभग 25 देशो के नेता इस दौरान दिखाई दिए। चीन के द्वारा अमेरिका तक प्रहार करने में सक्षम मिसाइल का भी प्रदर्शन किया गया।
पुतिन और मोदी ने 1 घंटे तक की कार में बातचीत
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पुतिन के बीच शंघाई सहयोग संगठन के दौरान महत्वपूर्ण चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने एक ही गाड़ी में बैठकर लगभग 1 घंटे तक सीक्रेट बातचीत की। पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन एक ही गाड़ी में बैठकर होटल पहुंचे थे। होटल पहुंचने के बावजूद वह गाड़ी में बैठकर चर्चा करते हुए नजर आए। सभी नेताओं के साथ फोटो सेशन होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी पुतिन और जिनपिंग को एक साथ देखा गया। तीनों नेता एक साथ सत्र को संबोधित करने के लिए भी पहुंचे। रूस के राष्ट्रपति पुतिन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच अच्छी बॉन्डिंग देखने को मिली। जिस समय पुतिन, जिनपिंग और मोदी की मुलाकात चल रही थी उस समय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री एक टक होकर इन्हें देख रहे थे।